NPR Full Form In Hindi | एनपीआर क्या है और एनपीआर का फुल फॉर्म क्या होता है?
NPR Full Form In Hindi:- एनपीआर के बारे में अपने अधिकतर बहुत जगह सुना होगा लेकिन आपको यह पता नहीं की एनपीआर को क्या कहा जाता है? और एनपीआर का मतलब क्या होता है? (NPR Ka Matlab Kya Hota Hai) इस बारे में हमने इस लेख में आपको बताया है तो आप इसलिए को आखिरी तक पड़े ताकि आपको हर प्रकार की जानकारी अच्छी तरीके से समझ में आए।
NPR क्या होता हैं? | What is NPR in Hindi
नरेंद्र मोदी सरकार की बैठक में एनपीआर पहली बार मंजूर किया गया था और इसे 2010 मैं लागू किया गया। एनपीआर को अंग्रेजी में नेशनल पापुलेशन रजिस्टर कहा जाता है जिसे हिंदी में जनसंख्या रजिस्ट्रेशन कहा जाता है। जिसमें घर घर जाकर एक रजिस्टर तैयार किया जाता है और नाम और सारी जानकारी दर्ज की जाती है कि यह कौन रह रहा है सारी जानकारी एक रजिस्टर में दर्ज की जाती और इसे एनपीआर में सबमिट किया जाता है।
एनटीआर में देश में हर गांव राज्य शहर में रहने वाले लोगों के नाम पर एक रजिस्टर दर्ज किए जाएंगे। अगर कोई भी सेक्स 6 महीने या उससे अधिक समय में किसी स्थानीय क्षेत्र में रह रहा हैं। तो उसे एनपीआर में आवश्यक तौर पर खुद को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है।
एनटीआर को दूसरे शब्दों में जनगणना कार्य भी कहा जाता है जिसको भारत सरकार ने April 2010 से सितंबर 2010 के चलते दौरान जनगणना 2011 के लिए घर घर जाकर एक तरह की सूची तैयार करने के लिए सभी सामान्य निवासियों की डेटाबेस और सारी जानकारी तैयार करने का कार्य तब शुरू किया गया था।
NPR यानी कि नेशनल पॉपुलेशन रजिस्ट्रेशन में हर नागरिकों की जानकारी सही तरीके से रखिए यह नागरिकता अधिनियम के 1955 के प्रावधानों के तहत जिला स्थानीय उप जिला राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाता है इसे एनपीआर कहा जाता है।
NPR Ka Full Form Kya Hota Hai| एनपीआर का फुल फॉर्म क्या होता है?
NPR का फुल फॉर्म National Population Register होता हैं। और NPR का हिंदी में फूल फॉर्म राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर होता हैं।
NPR किस तरह लागू हुआ था?
NTR यानी कि नेशनल पापुलेशन रजिस्टर को साल 2010 में लागू किया गया था। भारत के पंतप्रधान नरेंद्र मोदी इन्होंने एनपीआर को लागू किया था। आजादी के बाद 1951 में भारत की पहली जनगणना हुई थी | बायोमैट्रिक डाटा में आपके अंगूठी का निशान और अन्य जानकारी शामिल होगी।
NPR लागू करने की प्रक्रिया कब शुरू हुई थी?
एनटीआर यानी कि नेशनल पॉपुलेशन रजिस्ट्रेशन यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के के नेतृत्व वाली संपर्क सरकार में 2010 में अंपायर बनाने की लिए पहली पहला रखी गई थी। साल 2011 में हुई जनगणना के पहले इस पर काम करना शुरू हुआ था और फिर 2021 में जनगणना हुई और अभी तक यह जनगणना हर साल होती है और यह जनगणना एनपीआर के माध्यम से होती है।
एनपीआर को तैयार करने का उद्देश क्या था?
एनपीआर का मतलब राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर होता है और इसको तैयार करने का उद्देश्य देश में रहने वाले हर एक व्यक्ति की पहचान एक व्यापक डेटाबेस को तैयार करना है और इस डेटाबेस में भारत के सभी नागरिकों की जनसंख्या की जानकारी दर्ज होती है इसका मकसद यह होता है कि सभी सरकारी योजनाओं की पहुंच जो लाभार्थी होती है उन तक पहुंच सके।
एनपीआर और एनआरसी में कितना फर्क हैं? | NPR & NRC Difference in Hindi
NPR याने कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR)और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) इन दोनों में बहुत ज्यादा फर्क हैं। एनआरसी का मकसद यह देश के जो बाहर से लोग आए हैं उनकी पहचान करना है वही एनपीआर का उद्देश्य किसी स्थान पर 6 महीने या उससे अधिक वक्त रहने वाले लोगों की जानकारी इकट्ठा करना होता है और इसको रजिस्टर करना होता है अगर कोई निवासी किसी दूसरे देश से या फिर भारत किसी भी हिस्से में 6 महीने से ज्यादा वक्त से रह रहा है, तो उसका भी NPR में नाम दर्ज किया जाएगा।